आनंद ने कहां, भगवान आपने बताया नहीं उत्तम पुरूष कौन है? कैसे उत्पन्न होते
है? तब भगवान ये सुत्र कहां था। आनंद उत्तम पुरूष सर्वत्र उत्पन्न नहीं होते। वे मध्य देश में उत्पन्न होते है। और जन्म से ही धनवान होते है। वे क्षत्रिय या ब्राह्मण कुल में उत्पन्न होते है
फिर क्राइस्ट का क्या होगा। फिर मोहम्मद का क्या होगा। ये तो महा धनवान घरों में पैदा नहीं हुए। तो फिर ये बुद्ध पुरूष नहीं है। ये तो बड़ी संक्रीर्णता हो जाएगी। जैनों के चौबीस तीर्थंकर राजपुत्र थे। सही, हिंदुओं के सब अवतार राजाओं के बेटे है, सही, और बुद्ध भी राजपुत्र है सही। इस लिए इस वचन का बौद्धो ने यहीं अर्थ लिया। कि बुद्ध पुरूष राज घरों में पैदा होते है। महा धनवान।