tag:blogger.com,1999:blog-3430383595992148716.post3590379741764589618..comments2024-03-19T20:10:08.056+05:30Comments on ओशो गंगा/ Osho Ganga: एक प्रेम प्रीत की पाती जो......कविताoshoganga-ओशो गंगाhttp://www.blogger.com/profile/06416428388577433201noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3430383595992148716.post-5925663238441632552013-05-02T19:10:34.890+05:302013-05-02T19:10:34.890+05:30प्रिय शब्दों की गहराई तक जाना ओर उसमें डूबने एक त...प्रिय शब्दों की गहराई तक जाना ओर उसमें डूबने एक तैरने वाला ही कर सकता है, <br />तुम डूबो एक रहस्य में<br />ओर उन सपनो के पार चलो<br />है कहां कही वो मधुरंग हार<br />सब धूंधली सी परछाई है<br />तुम मत छूना मुझको प्रिय<br />तेरे हाथों की छुआन से<br />मैं फिर लूं गा आकर कोई....<br />स्वामी आनंद प्रसाद मनसा<br />oshoganga-ओशो गंगाhttps://www.blogger.com/profile/06416428388577433201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3430383595992148716.post-53007748668627171602013-04-21T12:17:36.699+05:302013-04-21T12:17:36.699+05:30 एक शब्द तुम गान करो
जो आकर मुझे जगा जाये
स्वयं ... एक शब्द तुम गान करो<br />जो आकर मुझे जगा जाये<br />स्वयं अपने पर हम आ जाये<br />बस पाना ही वो पाना है<br />जो खुद अपना ही हो जाये।<br /><br />Aisa laga ki apne hi spane ko ukera gya hai...<br /><br />Aabhar...Desk Of Kunwar Aayesnteen @ Spirtualityhttps://www.blogger.com/profile/03765004784786272791noreply@blogger.com