tag:blogger.com,1999:blog-3430383595992148716.post6140620143563920949..comments2024-03-19T20:10:08.056+05:30Comments on ओशो गंगा/ Osho Ganga: स्वर्णिम क्षणों की सुमधुर यादें--(अध्याय--16)oshoganga-ओशो गंगाhttp://www.blogger.com/profile/06416428388577433201noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3430383595992148716.post-24874230767234489812021-09-27T23:12:58.429+05:302021-09-27T23:12:58.429+05:30ओह......आज मानों मेरे प्रश्न का ओशो ने जो फटकार स्...ओह......आज मानों मेरे प्रश्न का ओशो ने जो फटकार स्वरूप प्रसाद दिया हैं वह सच में अमूल्य हैं और यही तो हैं शिष्य का पकना,आग में जलना,और साथ-साथ साधक को चेताया भी है कि मन का धूमिल-कुत्सित मार्ग को अगर ना पहचाने तो मन सु-यात्रा,सु-पंथ से चंचल होकर सुयोग्य मार्ग से भटका सकते हैं | 🌺🙏🙏🙏🌺<br />raginidavehttps://www.blogger.com/profile/13483177543504950554noreply@blogger.com