आने वाली पूरी पृथ्वी पर क्रांति के पहले प्रतीक है।
यह छोटी घटना नही है, बीज तो छोटा ही होता है।
जब वृक्ष बनेगा और बादलों को छुएगा,
तब तुम पहचान पाओगें, कितनी क्षमता छिपी थी एक बीज में ,
एक बीज पुरी पृथ्वी को हरियाली से भर सकता है।
क्योंकि एक बीज में वृक्ष, फिर एक वृक्ष में अनंत बीज,
फिर एक-एक बीज में अनंत बीज।
एक बीज सारी पृथ्वी को फूलों से रंग सकता है।
और एक संन्यासी सारी पृथ्वी को गैरिक कर सकता है।
एक बुद्ध सारी पृथ्वी को बुद्धत्व की और अनुप्राणित कर सकता है।
--ओशो
Waooo
जवाब देंहटाएंGreat msg