05 - रेज़र की धार, -(अध्याय -11)
कमल का फूल पूरब के लिए बहुत प्रतीकात्मक रहा है, क्योंकि पूरब कहता है कि तुम्हें संसार में रहना चाहिए, लेकिन उससे अछूता रहना चाहिए। तुम्हें संसार में रहना चाहिए, लेकिन संसार तुम्हारे भीतर नहीं रहना चाहिए। तुम्हें संसार से बिना कोई छाप, कोई प्रभाव, कोई खरोंच लिए गुजर जाना चाहिए। यदि मृत्यु के समय तक तुम कह सको कि तुम्हारी चेतना उतनी ही शुद्ध, उतनी ही निर्दोष है, जितनी तुम जन्म के समय लेकर आए थे, तो तुमने एक धार्मिक जीवन, एक आध्यात्मिक जीवन जिया है।
ओशो
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