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गुरुवार, 3 जुलाई 2025

15-भारत मेरा प्यार -( India My Love) –(का हिंदी अनुवाद)-ओशो

 भारत मेरा प्यार -( India My Love) –(का हिंदी अनुवाद)-ओशो

15 - याहू! द मिस्टिक रोज़, (अध्याय – 25)

जहाँ तक याद है, लोग गुरुओं के इर्द-गिर्द बस चुपचाप बैठने के लिए इकट्ठे होते थे। पूरब में हम इसे दर्शन कहते हैं। पश्चिम ने कभी इसका मतलब नहीं समझा। यह कहना बेवकूफी भरा लगता है कि "मैं गुरु से मिलने जा रहा हूँ।" क्यों न अपने घर में एक तस्वीर लगा लें, और ठीक है, एक बार जाकर देख लें और बात खत्म हो जाएगी! लेकिन हर दिन गुरु से मिलने जाना, क्या आप पागल हैं या कुछ और?

पश्चिम ने कभी नहीं समझा कि देखना - जो कि 'दर्शन' शब्द का वास्तविक अर्थ है - का अर्थ है उस व्यक्ति के ऊर्जा क्षेत्र में होना जिसने स्वयं को जान लिया है। उसके कुएं से पानी पीना, उसकी आँखों में देखना, उसके हाथों को महसूस करना, उसकी खामोशियों को, उसके शब्दों को सुनना।

 

ओशो

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