एस धम्मो सनंतनो-(भाग--01) -ओशो
(बुद्ध की सुललित वाणी धम्मपद पर दिए गए’ दस अमृत प्रवचनों का संकलन)
(बुद्ध की सुललित वाणी धम्मपद पर दिए गए’ दस अमृत प्रवचनों का संकलन)
बुद्ध ऐसे
हैं जैसे
हिमाच्छादित
हिमालय। पर्वत
तो और भी हैं, हिमाच्छादित
पर्वत और भी
हैं, पर
हिमालय
अतुलनीय है। उसकी
कोई उपमा नहीं
है। हिमालय बस
हिमालय जैसा
है। गौतम
बुद्ध बस गौतम
बुद्ध जैसे। पूरी
मनुष्य-जाति
के इतिहास में
वैसा महिमापूर्ण
नाम दूसरा
नहीं। गौतम
बुद्ध ने
जितने हृदयों
की वीणा को
बजाया है, उतना
किसी और ने
नहीं। गौतम
बुद्ध के
माध्यम से
जितने लोग
जागे और जितने
लोगों ने परम-
भगवत्ता
उपलब्ध की है,
उतनी किसी
और के माध्यम
से नहीं।
बुद्ध
के साथ
मनुष्य-जाति
का एक नया
अध्याय शुरू
हुआ। पच्चीस
सौ वर्ष पहले
बुद्ध ने वह
कहा जो आज भी सार्थक
मालूम पड़ेगा, और
जो आने वाली
सदियों तक
सार्थक रहेगा।
बुद्ध ने
विश्लेषण
दिया, एनालिसिस
दी। और जैसा
सूक्ष्म
विश्लेषण
उन्होंने
किया, कभी
किसी ने न
किया था, और
फिर दुबारा
कोई न कर पाया।
उन्होंने
जीवन की
समस्या के
उत्तर
शास्त्र से
नहीं दिए, विश्लेषण
की प्रक्रिया
से दिए।
ओशो
एस धम्मो
सनंतनो भाग 01
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