but Your Head)
अध्याय -18
दिनांक-8 मार्च 1976 सायं चुआंग त्ज़ु ऑडिटोरियम में
दिनांक-08 मार्च को दर्शन नहीं हुए ।
अध्याय 18 में लोगों के साक्षात्कार हैं कि उन्होंने समूहों के साथ कैसा अनुभव किया।
खोने को कुछ नहीं, सिवाय आपके सिर के
अध्याय -19 खोने को कुछ नहीं, आपके सिर के सिवाय-(Nothing to Lose but Your Head)
दिनांक-09 मार्च 1976 अपराह्न चुआंग त्ज़ु सभागार में
आनंद का अर्थ है आनंद, या आनंदमय, और सुभूति बुद्ध के प्रमुख शिष्यों में से एक का नाम है। इसका शाब्दिक अर्थ है, जो सुविख्यात हो, विश्वविख्यात हो, मि. एम.?
[ पश्चिम में कपड़े डिज़ाइन व्यवसाय से जुड़ी एक संन्यासिन ने कहा कि अब जब वह पूना में वापस आई हैं तो उन्हें डर है कि इससे ध्यान भटक जाएगा।]
व्याकुलता आपके बाहर किसी भी चीज़ में नहीं है। यह मन में है। इसलिए यदि आप एक स्थिति से बचते हैं, तो यह किसी अन्य स्थिति में उभर आएगी। यह आपमें है - तो आप कहां जा सकते हैं? इसलिए परिस्थितियों से भागने की बजाय उनका सामना करें। उनका सामना करने से धीरे-धीरे उनका डर खत्म हो जाता है।